
तुम बिना ब्रा और पैंटी के सो रही थी हवा से तुम्हारी स्कर्ट ऊपर उड़ी और तुम्हारी गरम चूत को देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया, मेरे होठो से रहा नहीं गया और मेने तुम्हारी चूत पे अपने होठ लगा दिए और धीरे धीरे अपनी पूरी जीभ अन्दर डाल के अन्दर बाहर करने लगा, तुम हिली लेकिन मैं तुम्हारी चूत को चूसता रहा और तुम्हारा गीलापन पीता रहा. तुम सोते हुए मेरे सिर को पकड़ कर अपनी चूत पे कसके लगा देती हो और अपने पैरो से मुझे जकड़ लेती हो, में अपने होठो से तुम्हे चोदता रहता हूँ, और तुम हिलती रहती हो, अपनी उंगलियों से में तुम्हारी चूत को खोलता हूँ और फिर पूरी जीभ अन्दर डालकर चूत को चूसता हूँ. फिर तुम मेरी पेंट अन्दर से लंड को बहार निकाल कर अपने मुह में लेकर चूसती हो और चूसती हो ...हम दोनों को मस्ती चढ़ जाती हो .फिर तुम सीधी लेट जाती हो और में तुमारी टांगो को चिर कर मेरा लंड तुमारी चूत में डालता हूँ. तुम्हें दर्द हो रहा है पर अपनी मस्ती के आगे वो दर्द कुछ नहीं.मैं लंड से झटके मारता हूँ और तुम जोर जोर चिल्ला रही हो (और जोर से चोदो चोद के फाड़ डालो मेरी गीली चूत को ) बहुत मजा आ रहा है.
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